निगाह मिलते ही निगाह झुका ली उसने,
बड़ी दिलचस्प मोह्हबत बयां की उसने,
लडखडा रहें हैं जबसे मिलें है उनसे,
लगता है आँखों से पिला दी उसने,
बुझे चिराग दिल के फिर से जल उठे,
यह किस तरह की हवा चला दी उसने,
दरो-दीवार पर लिखा लहू से नाम मेरा,
बड़ी खूबसूरत सी वफ़ा की उसने.......
बड़ी दिलचस्प मोह्हबत बयां की उसने,
लडखडा रहें हैं जबसे मिलें है उनसे,
लगता है आँखों से पिला दी उसने,
बुझे चिराग दिल के फिर से जल उठे,
यह किस तरह की हवा चला दी उसने,
दरो-दीवार पर लिखा लहू से नाम मेरा,
बड़ी खूबसूरत सी वफ़ा की उसने.......
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