बहुत खामियां निकालते है लोग मेरी जिंदगी में,
पर कभी कोई शख्स उन खामियों की वजह नहीं तलाशता,
हर एक शख्स ठेराता है मुझे ही गुनेघार,
पर कोई अपना गिरेबान झाककर नहीं देखता,
मैं हसूँ तो लाखो सवाल उठ जाते हैं,
पर मैं रोता हूँ तो कोई मेरे आंसूं पोछने भी नहीं आता,
मेरी मोह्हबत मेरे आंसुओं का मजाक बना देते हैं सब,
पर कोई मेरे दिल ए पाक नहीं समझता,
पर कोई मेरे दिल ए पाक नहीं समझता,
मेरी जिंदगी ने भी मुझे एक खिलोने सा बना दिया,
जो चाहता है वो तोड़ता है, जो चाहता है वो जोड़ता है,
पर मुझसे कभी कोई मेरे दर्द की इन्तहा नहीं पूछता....
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